Indians in Russian army | Jaishankar: भारत के दो मित्र देश इस वक्त जंग लड़ रहे हैं. रूस यूक्रेन से लड़ रहा है तो इजराइल हमास से जंग लड़ रहा है. आप जानते ही हैं कि भारत ने रूस और इजराइल दोनों का साथ दिया है. भारत के ज्यादातर लोग भी रूस और इजराइल के साथ खड़े हैं. कुछ समय पहले तो भारत के लाखों लोगों ने इजराइल की तरफ से हमास से जंग तक लड़ने की पेशकश कर दी लेकिन अब अचानक ऐसी घटना सामने आई है जो आपके होश उड़ा देगी.
भारत के बयान से रूस में भूचाल! जयशंकर के बयान ने उड़ाए सबके होश | Indians in Russian Army | S. Jaishankar
दरअसल भारत के कुछ लोग रूस की सेना में पहुंच गए और उन्हें यूक्रेन के खिलाफ जंग में उतार दिया गया. इन भारतीय लोगों को चुपचाप यूक्रेन से लड़ने भेज दिया गया लेकिन अब भारत सरकार और रूस के सरकार एक्शन में आ गई है. भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर गुस्से में है और उन्होंने भारतीय लोगों को बचाने के निर्देश दे दिए हैं.
अब आपको बताते हैं कि भारत के यह लोग रूस पहुंच कैसे गए और भारतीय विदेश मंत्रालय ने क्या बड़ा ऐलान किया है?
दरअसल कुछ भारतीय युवा यह सोचकर मुश्किल में फंस गए कि रूस जाकर वह लाखों रुपए कमा सकेंगे, इन लोगों का दावा है कि Agent ने उन्हें नौकरी के नाम पर बुलाया और फिर उन्हें रूसी सेना में भर्ती करवा दिया. हाल ही के दिनों में कर्नाटक, गुजरात, महाराष्ट्र, जम्मू और कश्मीर और तेलंगाना से 16 लोग रूस पहुंच गए. रूस में फंसे इन लोगों के अनुसार Agent ने उनसे कहा था कि उन्हें रूस में हेल्पर और सिक्योरिटी से जुड़ी नौकरियां दी जाएगी लेकिन उन्हें रूस की सेना में भर्ती करवा दिया गया.
इस नेटवर्क में दो एजेंट रूस के थे और दो एजेंट भारत के फैसल खान नाम का एक एजेंट दुबई में भी बैठा था जो भारत और रूस के एजेंट के संपर्क में था. इन एजेंट ने ना तो भारत सरकार को जानकारी दी और ना ही रूसी सरकार को बताया, उन्होंने रूसी सेना को भी झांसा दे दिया कि भारतीय लोग यूक्रेन के खिलाफ लड़ने आए हैं लेकिन इन सब का पर्दाफाश हो गया है.
रूसी सेना में फंसे इन भारतीय लोगों ने मदद मांगी है भारत सरकार से कहा है कि ‘हमें बचा लो’. इन लोगों की पुकार सुन भारतीय विदेश मंत्रालय तुरंत एक्शन में आ गया. मामले की जानकारी भारतीय दूतावास को दी गई है, भारतीय दूतावास ने इस मामले को तुरंत रूसी सरकार के सामने उठा दिया, इसका नतीजा यह हुआ कि कई भारतीय लोगों को छोड़ दिया गया है बाकी बचे लोगों को भी जल्दी छोड़ दिया जाएगा. इन सभी भारतीयों को सुरक्षित भारत लाया जाएगा यानी भारत के कहने पर रूस की सरकार ने भारतीयों का रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू कर दिया है. अब इन लोगों को फसाने वाले एजेंट की तलाश की जा रही है.