Height of Ancient Warriors: महाभारत और रामायण के इन खास योद्धाओं की आखिर लंबाई कितनी थी और इन सभी शक्तिशाली योद्धाओं में किसकी हाइट सबसे ज्यादा लंबी थी?
हमारे प्राचीन शास्त्रों में चार युगों का वर्णन मिलता है.
- सत युग
- त्रेता युग
- द्वापर युग
- कल युग
- ऐसा माना जाता है कि सतयुग 16 लाख 28 हजार वर्षों तक का था जिसमें से एक सामान्य व्यक्ति 1 लाख साल तक जी सकता था और अपनी इच्छा के अनुसार मर भी सकता था.
- वहीं त्रेता युग 12 लाख 56000 वर्षों का था जहां लोगों की उम्र 10000 वर्षों तक की होती थी.
- द्वापरयुग आठ लाख वर्षों का था जहां पर लोग 1 हजार साल तक ही जिया करते थे.
- इस प्रकार शास्त्रों के अनुसार हम जिस युग में हम जी रहे हैं यानी कलयुग की अवधि 4 लाख 32 हजार वर्ष की है और इस युग में लोगों का सौ साल भी जी पाना मुश्किल होता है.
हम सब कलयुग में जी रहे हैं और हम यह बात जानते हैं कि आजकल औसतम 6 फीट से ऊपर जो भी होता है उसे लंबा मान लिया जाता है परंतु पिछले युगों में लोगों की लंबाई कितनी होती थी इसके बारे में बहुत ही सटीक विवरण हमें अलग-अलग ग्रंथ और पुराणों में मिलता है. माना जाता है कि सतयुग में लोगों की लंबाई 32 फीट तक हो सकती थी तो वहीं त्रेता युग में लंबाई 21 फीट तक हो सकती थी, द्वापर युग में 11 फीट तक लंबे हो सकते थे इंसान और वहीं कलयुग में एक इंसान की लंबाई 5 फीट तक तो हो ही जाती है. जैसे-जैसे युग बीत रहे हैं लोगों की लंबाई और उम्र कम होती रहती है. इसीलिए आज की इस आर्टिकल में हम बात करने वाले हैं रामायण और महाभारत की शक्तिशाली योद्धाओं की हाइट के बारे में यानी कि उनकी लंबाई कितनी थी.
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प्राचीन योद्धाओं की ऊंचाई का रहस्य: क्या यह सच है कि वे आज के लोगों से अधिक लंबे थे?
हमारे प्राचीन ग्रंथों के अनुसार रामायण और महाभारत काल के योद्धाओं की लंबाई आज से कहीं गुना ज्यादा थी. अगर बात करें महाभारत के योद्धाओं की तो इनकी ऑस्टिन और असल लंबाई का अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल है लेकिन महाभारत के अलग-अलग रूप से इसका वर्णन किया जाता है.
महाभारत के भीष्म पितामह की लंबाई कितनी थी?
माना जाता है कि महारथी भीष्म पितामह जिन्हें इच्छा मृत्यु का वरदान प्राप्त था उनके शरीर को बहुत ही बलिष्ठ और एक रथ जितना बताया गया है जिसकी ऊंचाई लगभग 8 फीट थी जिस हिसाब से उनकी लंबाई को 7 फीट 9 इंच माना जा सकता है.
कुलगुरु कृपाचार्य की लंबाई कितनी थी?
वहीं कुलगुरु कृपाचार्य की लंबाई 7 फीट के करीब थी.
महाभारत के गुरु द्रोणाचार्य की लंबाई कितनी थी?
गुरु द्रोणाचार्य के शरीर और ज्ञान के बल को कृपाचार्य जितना ही बताया गया है. अनुमान से उनकी भी लंबाई 7 फीट रही होगी.
जाने महाभारत के सभी योद्धाओं की लंबाई के बारे में
गुरु द्रोणाचार्य के शिष्य और श्रेष्ठ धनुर्धारी अर्जुन 7 फीट 2 इंच के थे, वहीं पांडवों में सबसे बड़े युधिष्ठिर की भी लंबाई 7 फीट 2 इंच की थी जबकि नकुल और सहदेव को 7 फीट का दर्शाया गया है. यह बात तो हम सब जानते हैं की भीम में 10000 हाथियों का बल था परंतु क्या आप जानते हैं कि महाबली भीम की लंबाई कितनी थी? ग्रंथ के अनुसार गदाधारी भीम की लंबाई 8 फीट 5 इंच से भी अधिक थी. कहते हैं भीम के गधे का वजन 10 हाथियों के बराबर था और उनका बिष्ट शरीर इतना विशाल था कि रथ भी उनके सामने छोटा प्रतीत होता था. वहीं महाभारत के मुख्य खलनायक दुर्योधन की लंबाई भीम जितनी ही बलिष्ठ थी. वह भी 8 फीट 5 इंच के थे. वहीं सूर्यपुत्र कर्ण को वेदव्यास ने महाभारत में एक युवा योद्धा के तौर पर प्रस्तुत किया है जो बेहद ही ताकतवर और शरीर से भगवान श्री कृष्ण जैसे ही बलवान थे उनकी लंबाई 7 फीट 2 इंच की.
महाभारत के श्री कृष्ण की लंबाई कितनी थी?
ऐसे में भगवान श्री कृष्ण की लंबाई भी 7 फीट 2 इंच के करीब मानी जाती है. यह तो बात रही महाभारत काल के योद्धाओं की लंबाई की अब हम बात करेंगे रामायण काल के मुख्य पात्रों की लंबाई के बारे में और जिसे सुनकर आप बेहद ही चौंक उठेंगे क्योंकि रामायण काल महाभारत काल से भी पुराना था और तब के लोग महाभारत काल के लोगों से भी अधिक लंबा हुआ करते थे.
जाने रामायण काल के सभी योद्धाओं की लंबाई
माना जाता है की रामायण का मुख्य खलनायक और राक्षसों का राजा रावण 18 फीट लंबा था. पौराणिक विशेषज्ञों के अनुसार कई ऐसे सबूत मिले हैं जिनके बुनियाद पर रावण की असल लंबाई का पता लगाया जा सकता है वही इस बात की पुष्टि खुद श्रीलंका के कुछ साइंटिस्ट भी करते हैं. अब आप सोच रहे होंगे कि अगर रावण की लंबाई इतनी है तो कुंभकरण कितना लंबा होगा?
रामायण के कुंभकरण की लंबाई कितनी थी?
रामायण में वर्णित है कि कुंभकरण सबसे विशालकाय राक्षस था उसको लड़ने के लिए किसी भी सेवा की जरूरत नहीं पड़ती थी उसने अकेले ही जाकर पुरी वानरसेना में खलबली मचा दी थी उसपर सारे अस्त्रों और शास्त्रों के बाद असफल होते जा रहे थे. वह वानर को अपने पैरों तले कुचल देता था. बड़े से बड़े पर्वत और चट्टान तो उसके सामने पत्थर जितने लगते थे. उसे पर चलाए गए बाण बिल्कुल छोटी सी लगती थी. शायद आप इस बात को जानकर चौंक भी जाएंगे कि इस विशालकाय दानव कुंभकरण की लंबाई दरअसल 60 फीट से भी अधिक थी माना जाता है कि वह अकेला ही कई राक्षसों को खाया करता था परंतु बात यहीं खत्म नहीं होती दरअसल इसका भी सटीक अनुमान नहीं लगाया जा सका ही कुंभकरण की हाइट कितनी थी यानी लंबाई कितनी थी. कोई कहता है 60 फीट तो कोई कहता है 120 फीट.
मेघनाथ की लंबाई जाने
खैर यह तो वरही कुंभकरण की लंबाई के बाद अब हम बात करेंगे कुंभकरण के भतीजे और रावण के बेटे मेघनाथ के बारे में इंद्र को हराने वाला और ब्रह्म देव जी का आशीर्वाद पाने वाला रावण का सबसे पराक्रमी पुत्र मेघनाथ जिसे लोग इंद्रजीत भी कहा करते थे. कहते हैं वह अपने पिता की तरह ही बलिष्ठ शरीर वाला था और बेहद शक्तिशाली था उसकी कुल लंबाई 12 फीट थी.
श्री राम की लंबाई कितनी थी?
वहीं अगर हम प्रभु श्री राम की बात करें तो रामचरित्र मानस में वर्णित है कि भगवान श्री राम पांच करिकुश लंबे थे. अब एक करिकुश में 24 इंच होते हैं इस हिसाब से 5 तारीख को जाने की 120 इंच यानी की कुल मिलाकर 10 फीट. जी हां भगवान श्री राम की लंबाई 10 फीट से अधिक की थी.
वहीं लक्ष्मण जी भी उनके भाई बिल्कुल उनके जैसे ही थे तो इसीलिए उनकी हाइट उनकी लंबाई भी बिल्कुल 10 फीट के करीब थी.
अब बात की जाए पवन पुत्र हनुमान जी की तो उनकी लंबाई का अंदेशा लगा पाना बेहद ही कठिन है क्योंकि वह जब चाहे अपने शरीर को छोटा कर लेते थे, जब चाहे विशालकाय कर लेते थे और उनकी स्पष्ट हाइट या लंबाई का पता लगाना बेहद ही मुश्किल है. वहीं अगर बाली की बात की जाए तो बाली रावण जितना ही विशाल था यानी उसकी हाइट भी उसकी लंबाई भी 18 फीट थी. वहीं सुग्रीव 15 फीट के थे कहा जाता है की बाली के पुत्र अंगद भी 12 फीट लंबे थे. अब हम बात करते हैं महाभारत और रामायण में दोनों में भूमिका निभा चुके भगवान परशुराम जी की माना जाता है कि वीर ब्राह्मण भगवान परशुराम जी की लंबाई 12 फीट से अधिक थी तो यह थी दोस्तों रामायण और महाभारत के खास बलिष्ठ योद्धाओं की लंबाई या किसकी लंबाई और ज्यादा लंबी होनी चाहिए थी कमेंट बॉक्स में हमें अवश्य बताएं.
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