Chhatrapati shivaji birthday 2025 images: छत्रपति शिवजी का जन्म साहजी के घर हुआ था , जो एक मराठा थे सेनापति थे और बीजापुर सल्तनत थे छत्रपति शिवाजी महाराज जी की माँ का नाम जीजा बाई था , जो एक धर्म प्रयत्न महिला थी ,जिनके कारण उनपे गहरा प्रभाव पड़ाछत्रपति शिवाजी का पहला विवाह 1640 में साईबाई से हुआ छत्रपति शिवाजी महाराज को युद्ध और प्रसाशन का उत्कृष्ट प्रक्षिशण दिया गया था ,जून 1665 में छत्रपति शिवाजी महाराज और राजा जय सिंह प्रथम (औरंगजेब का प्रतिनिधित्व करते हुए) के बीच पुरंदर की संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे। छत्रपति शिवाजी महाराज ने यह समझकर इस समझौते पर हस्ताक्षर किए थे कि मुगलों के साथ युद्ध में उन्हें जन और धन की हानि होगी। इस संधि के अनुसार, कई किले मुगलों को सौंप दिए गए और यह सहमति बनी कि छत्रपति शिवाजी महाराज आगरा में औरंगजेब से मिलेंगे। छत्रपति शिवाजी महाराज अपने बेटे संभाजी को भी भेजने के लिए सहमत हुए।
तुलजा भवानी उपासक – तुलजापुर एक जगह का नाम है जो की महाराष्ट्र के उस्मानाबाद जिले में स्थित है शिवाजी की कुलदेवी माँ तुलजा देवी है आज भी वह महाराष्ट्र में कुलदेवी के रूप में प्रचलित है ,शिवजी माँ तुलजा देवी के उपासना करते थे ऐसा माना जाता है शिवाजी को माँ न खुद प्रकट होकर तलवार प्रदान की थी जो आज भी लन्दन के संग्राहलय में स्थित है ,
छत्रपति शिवाजी एक बाल साहित्य – शिवाजी को विश्व का पहला साहित्यकार माना जाता है ! इन्होने अपनी 14 साल की उम्र तक बुधभूषण ,नाईकाभेद ,सतसतक ,नखसिखाँ हिंदी में ,आदि ग्रंथो की रचना की जिसके कारन इनको बल साहित्यकार मानते है !इनको सभी भाषाओँ पर पकड़ है ,हिंदी,मराठी,संस्कृत,अंग्रेजी,कन्नड़,आदि भाषा का जैसै उन्होंने तेजी से लेखन चलाई वैसे ही उन्होंने तलवार भी चलाई
शिवाजी के दुर्ग किले – शिवाजी के पास लगभग 250 किले थे जब उनकी मरमत करवाई जाती थी तो काफी खर्चा होता तथा ,एक कीलय का नाम सिंहगड दुर्ग था ,जिसे जितने के लिए तना जी को भेजा गया था जब उन्होंने दुर्ग पर अपनी विजय प्राप्त की थी तब उन्होंने वीर गति प्राप्त की
शिवजी मुस्लिम विरोधी नहीं थे – शिवा जी कोई मुस्लिम विरोधी नहीं थे वो सबका सम्मान करते थे ,उनकी सेना में भी काफी सैनिक मुस्लिम थे शिवा जी के लिए युद्ध करते थे ,उनको बस ओरंगजेब के अत्याचार से नफरत थी, लोगो का शोषण करता था जबरदस्ती मुस्लिम बनता था कलमा पढ़वाता था पंडितो की सीखा काट देता था और धर्म की बहन,बेटिओं की इज्जत से खिलवाड़ करता था,
धर्मिक संस्करणों का निर्माण – शिवाजी के अंदर धार्मिक संस्कार थे , क्यूंकि उनकी माता बहुत ही धर्मपरायण स्त्री थी ,उनको बचपन से महाभारत ,रामचरित्र मानस, भगवत गीता आदि साहित्यो को सुनाया करती थी महान पुरषो इ जीवन से परिचित करवाती थी ! अचे बुरे की शिक्षा देती थी , इसी कारणउनमे बहुत ही धार्मिक संस्कार विघमान हुए ,
पत्नी और पुत्र – शिवजी की कई विवाह हुए थे ,एक विवाह 14 मई 1640 में सिसाबाई निंबलकर के साथ लाल महल ,पूनम हुआ था ,उनके पुत्र का नाम संभा जी था शिवाजी का बड़ा पुत्र उत्तराधिकारी बना जनहोने 1680 से 1657 तक राज्य सम्हाला ,संभाजी में अपने पिता की कर्मठता और दृढ़ संकल्प का अभाव था , संभाजी की पत्नी का नाम येशुबाई था संभाजी की मृत्यु 11 मार्च 1689 , को हुई थी ,
शिवजी को धोखे से मारा – शिवाजी के बढ़ते प्रताप से आतंकित बीजापुर के साशक आदिलशाह जब शिवाजी को बंदी न बना सका उन्होंने शवाजी के पिता शाजी की गिरफ्तार कर लिया जब ये बात शिवाजी को पता चला तो उनको बहुत गुस्सा आया ,उन्होंने जल्द ही अपने पिताजी को कैद से आजाद करवाया ,
उसी टाइम बीजापुर के साशक ने शिवाजी को जिन्दा या मरा हुआ पकड़ के लाने को अपने मक्कार सेनापति अफजल खा को कहा उसने भाई चारे का झूठा नाटक किया और उनसे सुलह करनी चाही शिवाजी को अपनी बाँहों में घेरे में लेकर मरना चाहा इससे उसकी सेनाये अपने सेनापति को मारा पाकर वहां से से भाग गए
छत्रपति शिवाजी महाराज का नारा जय भवानी जय शवाजी ‘था.
छत्रपति शिवाजी की मृत्यु कैसे हुई
शिवाजी की मृत्यु 03 अप्रैल 1680 के दिन उनके रायगढ़ फोर्ट में हो गई थी. उनके निधन को लेकर इतिहासकारों में मतभेद है. कुछ इतिहासकार मानते हैं कि उनकी मृत्यु स्वाभाविक थी, हालांकि कई इतिहासकारों ने लिखा कि उन्हें साजिश के तहत जहर दिया गया था. इसके बाद उनकी हालत बिगड़ गई
छत्रपति शिवाजी जयंती वर्ष में दो बार मनाई जाती है क्योंकि हिंदू कैलेंडर के अनुसार शिवाजी का जन्म फाल्गुन माह के तीसरे दिन हुआ था जबकि ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार शिवाजी महाराज की जन्म तिथि 19 फरवरी है। शिवाजी को मराठा साम्राज्य का सबसे महान योद्धा राजा माना जाता है।
Chhatrapati shivaji birthday 2025 images
Chhatrapati Shivaji Birthday 2025 Wishes and quotes
इस देश के खून में वीरता
और जोश हमेशा बना रहे
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
हर मराठा पागल है….
भगवे का,
स्वराज का,
शिवाजी राजे का…
जय भवानी… जय शिवाजी
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
जब शिवाजी राजे की,
तलवार चलती है तो,
औरतों का घूंघट और,
ब्राह्मणों का जनेऊ सलामत रहता है।
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
बिना रुके हर कठिनाई में कदम बढ़ाना,
आसान नहीं है, मातृभूमि पर शीश चढ़ाना।
शिवाजी महाराज जयंती की शुभकामनाएं।
हिंदुत्व की पहचान शिवाजी,
स्वराज का दूसरा नाम शिवाजी,
देश का अभिमान शिवाजी,
राष्ट्र की है शान शिवाजी।
शिवाजी महाराज जयंती 2025
इस देश के खून में वीरता
और जोश हमेशा बना रहे
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
हर मराठा पागल है….
भगवे का,
स्वराज का,
शिवाजी राजे का…
जय भवानी… जय शिवाजी
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
जब शिवाजी राजे की,
तलवार चलती है तो,
औरतों का घूंघट और,
ब्राह्मणों का जनेऊ सलामत रहता है।
शिवाजी जयंती की हार्दिक शुभकामनाएं
बिना रुके हर कठिनाई में कदम बढ़ाना,
आसान नहीं है, मातृभूमि पर शीश चढ़ाना।
शिवाजी महाराज जयंती की शुभकामनाएं।
हिंदुत्व की पहचान शिवाजी,
स्वराज का दूसरा नाम शिवाजी,
देश का अभिमान शिवाजी,
राष्ट्र की है शान शिवाजी।
शिवाजी महाराज जयंती 2025