25 दिसंबर को क्रिसमस मनाया जाता है या ये क्रिसमस फेस्टिवल लोगो के लिए बहुत खास होता है।
जैसे हिंदू धर्म में सारे त्योहार बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, वैसे ही ईसाइयों के लिए क्रिसमस भी बहुत महत्वपूर्ण होता है,
मन जाता है इस दिन यशु माशी का जन्म हुआ था, क्रिस्टन लोगो के लिए बहुत खास है या इस फेस्टिवल को मानता तो पूरा विश्व है लेकिन क्रिस्टन धर्म के लोगो के लिए बहुत खास होता है।
इस दिन बचे हुए सभी लोग जोरो शोरो से खुशियां मनाते दिखाई देते हैं, नए कपड़े पहनते हैं या पार्टी करते हैं, गाना गाते हैं या केक काटते हैं, पूरी तरह से जश्न मनाते हैं लोग बाहर घुमने जाते हैं।
कुछ लोग क्लब जाते हैं, कुछ लोग ड्रिंक करते हैं, सब अपने तरीके से मनाते हैं, बहुत खुश होकर मनाते हैं, जितने भी रिश्तेदार होते हैं, दोस्त होते हैं, सब एक साथ खुशियाँ मनाते दिखते हैं।
Yashu mashi se judi kuch rochak bate
यासु का जन्म 4 इसा पूर्व फिलिस्तानी के सहर मुख्य बेटेलहैम मुख्य हुआ था इनका पिता का नाम जोसफ या माता का नाम मेरी है इनका जन्म 4 ईसा पूर्व फिलिस्तानी के सहर मुख्य बेटेलहैम मुख्य हुआ था इनका पिता का नाम जोसफ या माता का नाम मेरी है इनके जन्म को ईश्वर का पुत्र मन जाता है ये लोगो का हमें अच्छा लगता है वे लोगो की एमडीएटी क्रते थे।
हमें एक सच्ची या अच्छे रास्ते पर ही चाहिए, इनके पास कुछ परमात्मा की दी हुई दिव्य शक्ति थी जिसका प्रयोग ये लोग मदद करते हैं, कोई किसी बीमारी से परेशान है तो उसको अच्छा क्रेडिट मिलता है।
इनका ऐसा करने से लोग इनको परमात्मा मान लेंगे या इनको बहुत प्यार देने लगे पर यशु माशी को सुली पर चढ़ा दिया गया था उनको यहूदियों का राजा होना चाहिए का दबा करने के लिए और मैं उनको मोत की सजा दे दी।
व्हा का राजा रोमन गवेर्नार पोंटिया पिलातुस था उसके पास यशु माशी को लेजाया गया उनको मोत की सजा सुना दी या या सुली पर चढ़ा दिया गया उनको एक लड़की से बैंड कर लटका दिया गा।
हां इतना ही नहीं उनके दोनों हाथों में किल ठोकी गई या पेरो एम किले ठोकी गई किलो का नुकिला ताज बनकर उनका सर पीआर रखा गया उनके सिर से बहुत खून निकल रहा था इतना तड़पने के बाद अनहोनी मोट को गले लगलिया या अमर हो गया।
उनके मोट से लोगो के जीवन में बहुत गहरी चोट लगी पर यशु माशी परमात्मा के पुत्र थे वो मर कर भी आज लोगो के दिलो मैं जिंदा हैं।
X-mas ko Santa Claus k sath kyun manya jata hain
यासु का जनम 4 ईसा पूर्व फिलिस्तानी के सहर मैं बेटेलहैम मैं हुआ था इनका पिता का नाम जोसेफ या माता का नाम शादी।
इनको ईश्वर का पुत्र माना जाता है ये लोगो का हमें अच्छा लगता है वे लोगो की मदद करते हैं हमें एक सच्चाई या अच्छे रास्ते पर ही चलते हैं।
इनके पास कुछ परमात्मा की दी हुई दिव्य शक्ति थी जिसका प्रयोग ये लोग कहते हैं कि कोई किसी बीमारी से परेशान है तो उसको अच्छा लगता है इनका ऐसा करने से लोग इनको परमात्मा मान लेते हैं या इनको बहुत प्यार देने लगते हैं।
पर यशु माशी को सुली पर चढ़ा दिया गया था उनको यहूदियों का राजा होना चाहिए का दबा करने के लिए एम उनको मोट की सजा दे दी व्हा का राजा रोमन गवेर्नर पोंटिया पिलातुस था उसके पास यशु माशी को लेजाया गया उनको मोत की सजा सुना दी या या सुली पर चढ़ा दिया गया.
उनको एक लड़की से बंद कर लटका दिया गया इतना ही नहीं उनके दोनों हाथो माई किल ठोकी गई या पेरो एम किले ठोकी गई किलो का नुकिला ताज बनकर उनके सिर पर रखा गया उनके सरिरसे बहुत खून निकल रहा था इतना तड़पना के बाद मोट को गले लगलिया या अमर हो गे.
उनके मोट ई लोगो के जीवन माई भोट घरी चोट लगि पीआर यशु माशी परमात्मा के पुत्र वो मर कर भी एजे लोगो के दिलो मैं जिंदा हैं